यहाँ बातें करता हूँ मै कुछ दिली जज्बातों की ,
माझी की कुछ यादों की ,
राहों में ठिठके रह गए बेबस दरख्तों की ,
कुछ हर रोज जीते कुछ खट्ते मीठे एहसासों की ....
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बड़ा प्यारा लगता है मुझे ये एहसासों का कारवाँ....बस इन्हे शब्दों में ढालने की कला तलाश रहा हूँ....सच कहूँ अँधेरे में डूब चुकी कुछ अनजान बस्तियों के लिए रौशनी तलाश रहा हूँ .....
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